भारतीय संस्कृति सबसे अलग है। यहा के लोगो की सोच भी थोड़ी अलग होती है। भारतीय समाज में परिवार में पल रही लड़की को बचपन मे ऐसा माहौल दिया जाता है। और सम्बन्ध बनाने जुड़ी हर प्रकार की जानकारी से दूर रखा जाता है। जिस से उसके मन मे सम्बन्ध बनाने को लेकर कईं प्रकार के डर जगह बना लेते है...
किस प्रकार का होता है डर ...
लड़कियो का मानना है कि फर्स्ट टाइम सम्बन्ध बनाने के दौरान काफी दर्द होता है, और ब्लीडिंग जैसी कईं भ्रातियां लड़कियां अक्सर अपने दिल में पाल लेती है।
दर्द का होना पॉजिशन पर करता है डिपेंड...
बार-बार भी हो सकता है...
क्या कारण होता है बहुत अधिक दर्द होने का...
ज्यादा दर्द होता है इन महिलाओ को...
इन्फेक्शन भी कारण होता है....
परवरिश की होती है कमी...
ठीक पॉजिशन का रखे ध्यान..
बार-बार भी हो सकता है...
क्या कारण होता है बहुत अधिक दर्द होने का...
ज्यादा दर्द होता है इन महिलाओ को...
इन्फेक्शन भी कारण होता है....
परवरिश की होती है कमी...
ठीक पॉजिशन का रखे ध्यान..
कईं लड़कियों का मानना होता है की सम्बन्ध के दौरान की गई पॉजिशन से भी दर्द का कुछ नाता होता हैं। वे मानती हैं की कुछ पॉजिशन्स में ज्यादा दर्द होता है...
डॉक्टर्स के मुताबिक इस दर्द को दाइस्पेरिनिया कहते हैं। यह एक ऐसा दर्द हैं जो एक बार होने पर बार-बार भी हो सकता है। जिस मे कपल के रिश्तों पर बुरा असर पड़ जाता है।
पहली बार सम्बन्ध के दौरान दर्द होना का कारण होता है शारीरिक भागों का खुलना। खुलते टाइम माशपेशियां खींच जाती हैं और दर्द होने लगता है।
कईं महिलायें ज्यादा दर्द के डर अपने दिमाग में डर बना लेती हैं और इन चीजों को बुरा मानने लगती हैं और संभोग के दौरान पुरुषों को सहयोग नहीं दे पाती तब भी ज्यादा दर्द की संभावना बन जाती हैं...
पहली बार के दौरान गुप्तांगों के भाग खुलते हैं इस कारण से शरीर के गुप्त भागों में कईं बार इन्फेक्शन या सूज़न आ जाती हैं जो दर्द का सबसे बड़ा कारण बन सकती है।
लड़कियों की बचपन से की गई परवरिश की भी कईं बार गलती होती है। उनकी परवरिश इस तरह से की जाती है की उनके मन में डर बैठ जाता है। वो नाम से घबराने लग जाती हैं उनको सुनने को मिलता है की सम्बन्ध के दौरान बहुत दर्द होता है। और ब्लीडिंग होती है। जिस के कारण लड़कियों के मन में डर बैठ जाता है।
अगर आप चाहती हैं के सम्बन्ध के दौरान दर्द ना हो तो आप कुछ सही पॉजिशन का इस्तेमाल कर सकती हैं। जो सम्बन्ध के दौरान करने चाहियें। और मन में पाले हुए डर को दूर कर लेना चाहिये औऱ ज्यादा परेशानी हो तो डॉक्टर की सलाह लेना ही बेहतर हो सकता है।