दुनिया के 5 सबसे रहस्यमयी खजाने

Saturday 15 October 2016

दुनियाभर में आज भी कई रहस्यमयी और छुपे हुए खजाने मौजूद हैं, जिसे आज तक कोई भी नहीं ढूंढ सका है। रियल लाइफ में मौजूद इन रहस्यमयी खजानों को ढूंढने में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। इनमें से कई लोगों को खजाने का कुछ हिस्सा तो मिला, लेकिन वे जिंदा लौट नहीं सके। ऐसे ही एक खजाने की खोज करते हुए 2012 में डेनवर निवासी जेस केपेन की मौत हुई थी। ऐसे में हम आपको 5 ऐसे खजानों के बारे में बताने जा रहे हैं।सोने का चैम्बर, जो हो गया गायब...
1. द अंबेर रूम



 द अंबेर रूम का निर्माण 1707 ईस्वी में पर्सिया में हुआ था, जो कि पूरी तरह से एक सोने का चैम्बर था। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान 1941 में नाजियों ने इस पर कब्जा कर लिया और इसे सुरक्षित रखने के लिए अलग-अलग भागों में बांट दिया। इसके बाद 1943 में इसे एक म्यूजियम में प्रदर्शन के लिए रखा गया, लेकिन वहां से ये पूरा चैम्बर ही गायब हो गया। आज तक इसका पता नहीं चल सका। इसकी तलाश में जो लोग भी गए, उन सभी की मौत हो गई।

2. ओक आइलैंड



इस आइलैंड का रहस्य सबसे पहले 1795 में कुछ लड़कों द्वारा खोजा गया था। उन्हें कनाडा के नोवा स्कोटिया तट के पास एक छोटे से द्वीप पर कुछ रोशनी दिखी थी। जब ये लड़के वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि किसी ने यहां खुदाई की है। जब इन्हीं लड़कों ने वहां और खुदाई की तो उन्हें लकड़ी और नारियल की परतें मिली। इसके अलावा इन लड़कों को एक पत्थर मिला, जिस पर लिखा था कि 40 फीट की गहराई पर दो मिलियन पाउंड गड़े हैं। बहुत से लोगों ने इस खजाने की खोज की और आज भी खोज कर रहे हैं, लेकिन किसी को कुछ हासिल नहीं हुआ। हालांकि, खजाना ढूंढते हुए अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।

3. द लॉस्ट डचमैन माइन


अमेरिका के साउथ वेस्टर्न इलाके में सोने की खदान थी। स्पेन के फ्रांसिस्को वास्क डी कोरोनाडो ने 1510-1524 के बीच इस खदान को खोजने की कोशिश की। जिन लोगों को इस काम में लगाया था, उनकी एक के बाद एक मौत हो गई। 1845 में यहां डॉन मिगुएल पेराल्टा को कुछ सोना मिला, लेकिन स्थानीय अपाचे आदिवासियों ने उसकी हत्या कर दी। 1931 में खजाने की तलाश में आए एडोल्फ रुथ लापता हो गए और दो साल बाद उनका कंकाल मिला था। डेनवर निवासी जेस केपेन ने 2009 में खजाना की तलाश शुरू की थी, लेकिन 2012 में उनका शव मिला।

4. काहुएंगा पास

1864 में मेक्सिको के राष्ट्रपति बेनिटो जुआरेज ने खजाने के साथ अपने सैनिकों को सैन फ्रांसिस्को भेजा था। इसमें सोने के सिक्के और कीमती जेवरात थे। रास्ते में एक सैनिक की मौत हो गई तो बाकी सैनिकों ने रास्ते में ही खजाने को गाड़ दिया। एक व्यक्ति डियागो मोरेना ने सैनिकों को ऐसा करते देख लिया था। बाद में उसने इस खजाने को निकाला और दूसरी जगह गाड़ दिया। लेकिन कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई। डियागो की मौत के बाद उसके दोस्त जीसस मार्टिनेज ने इस खजाने को हासिल करना चाहा, लेकिन उसकी भी मौत हो गई। 1885 में बास्क शेफर्ड को इस खजाने का थोड़ा बहुत हिस्सा मिला, जो बाद में उसकी मौत का कारण बना। 1939 में इस खजाने की खुदाई की गई, लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हो पाया। बता दें कि इस खजाने के चक्कर में 9 लोगों की मौत हो गई।

5. चार्ल्स आइलैंड











अमेरिका में मिलफोर्ड के पास एक छोटा आइलैंड है, जिसे शापित माना जाता है। कहा जाता है कि 1721 में मेक्सिकन सम्राट गुआजमोजिन का खजाना चोरी हो गया था और इस द्वीप पर चोरों ने छुपा दिया था। 1850 में यहां कुछ लोग खजाने की तलाश में आए और उनकी मौत हो गई। जो भी इस खजाने की खोज करने गया वो कभी वापस नहीं आया।
 
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